जयराम महतो का अनोखा अंदाज, नंगे पांव विधानसभा पहुंचने पर क्या बोलें, जानिए इस खबर में
9 दिस. 2024
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TVT NEWS DESK
रांची ( RANCHI) : छठे झारखंड विधानसभा के पहले सत्र के पहले दिन नव निर्वाचित विधायकों का अलग-अलग अंदाज दिखा. पहली बार जीत कर विधानसभा पहुंचे कई विधायकों ने विधानसभा की सीढ़ियों और मुख्य दरवाजे के समक्ष शीश झुका कर प्रणाम किया, उसके बाद अंदर प्रवेश किया. बाद में प्रोटेम स्पीकर प्रो. स्टीफन मरांडी ने सभी 80 नव निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई. सीएम हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन, सभी मंत्री और सभी सदस्यों को प्रोटेम स्पीकर ने बारी-बारी से शपथ दिलाई. इसके साथ ही छठा झारखंड विधानसभा का औपचारिक रूप से गठन हो गया.
पीएम मोदी की तरह लोकतंत्र के मंदिर को नमन किया
जिस तरह पीएम नरेंद्र मोदी संसद भवन को लोकतंत्र के मंदिर के रुप में अपनी आस्था व्यक्त करते हुए संसद की सीढियों पर सिर झुका कर प्रवेश किया था,ठीक उसी अंदाज में कई नव निर्वाचित विधायकों ने भी पहली बार विधानसभा भवन में पहुंचने पर सिर झुका कर नमन किया. लेकिन झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के अध्यक्ष जयराम कुमार महतो का अंदाज सबसे अलग था. छात्र नेता से विधायक बनें जयराम महतो ने पीएम मोदी के अंदाज में विधानसभा भवन की सीढ़ियों को नमन किया. जयराम तो नंगे पांव ही विधानसभा पहुंच गए थे. फिर विधानसभा के अंदर प्रवेश करने से पहले मुख्य दरवाजे को घुटनों के बल पर सिर झुका कर लोकतंत्र के मंदिर को प्रणाम किया.
किसी धार्मिक स्थल की तरह है विधानसभा
नंग पांव ही विधानसभा पहुंचने पर झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के अध्यक्ष जयराम कुमार महतो ने कहा कि भारत धार्मिक आस्था वाला देश है. किसी की आस्था मंदिर में है, तो किसी की मस्जिद में. किसी की आस्था गिरिजाघर में है, तो किसी की गुरुद्वारा में. हम मंदिर या मस्जिद में जूता-चप्पल खोलकर पूरी आस्था से उसमें प्रवेश करते हैं. देश में 70 फीसदी किसान हैं और उनकी आस्था खेत-खलिहान के बाद लोकतंत्र के मंदिर में ही है. इसलिए लोकतंत्र का यह मंदिर किसी धार्मिक स्थल से कम नहीं है. इसलिए मैं आज जब पहली बार दाखिल होने जा रहा हूं. तो लाखों लोगों की उम्मीदों को लेकर विधानसभा में जा रहा हूं. इसलिए नंग पांव प्रवेश किया.