झामुमो का बड़ा आरोप – भाजपा के इशारे पर आईएस-आईपीएस अधिकारी कर रहे काम, जानिए क्या है मामला
27 अक्टू. 2024
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TVT NEWS DESK
रांची (RANCHI) : राज्य विधानसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाती है, लेकिन झामुमो ने चुनाव आयोग के मुख्य निर्वाचन पदाधिकरी के रवि कुमार और अपने ही सरकार के दो वरीय अधिकारियों एक आईएस और एक आईपीएस पर भाजपा के पक्ष में काम करने का गंभीर आरोप लगा दिया है और इस संबंध में एक ज्ञापन भारत निर्वाचन आयोग के आयुक्त को सौंपा है. पत्र में झामुमो के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि झारखंड राज्य में पदस्थापित भारतीय प्रशासनिक सेवा तथा भारतीय पुलिस सेवा के उच्च पदस्थ अधिकारियों द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप करते हुए एक विशेष राजनीतिक दल (भाजपा) के पक्ष में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन किया जा रहा है.
सीएम हेमंत सोरेन के प्रस्तावक को पुलिस ने रोका था
झामुमो प्रवक्ता का कहना है कि 27 अक्टूबर 2024 को अपराह्न लगभग 1 बजे गिरिडीह पुलिस द्वारा वाइन जांच के क्रम में एक वाइन को रोका गया, जिसमे कई व्यक्तियों के साथ मंडल मुर्मू जो हमारे साहेबगंज जिले के 03 बरहेट (अ.ज.जा) के अधिकृत प्रत्याशी और सीएम हेमंत सोरेन के प्रस्तावक भी है को रोका गया एवं उनसे उनके गंतव्य के बारे में पूछा गया. वाहन में सवार यात्रियों द्वारा कोई उत्तर ना दिए जाने के कारण वाहन को गिरिडीह पुलिस ने रोक लिया. जिसके पश्चात राज्य मुख्य चुनाव अधिकारी रवि कुमार (आईएएस), संजय आनंद लाटकर (आई.पी.एस) तथा अमोल येनुकांत होमकर (आईपीएस) के द्वारा अपने पद एवं प्रतिष्ठा का दुरुपयोग कर गिरिडीह जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन पर अनावश्यक दवाव बनाकर गिरिडीड पुलिस ने संरक्षण में रहे वाहन को सभी यात्रियों के साथ आनन फानन में मुक्त कर दिया गया.
सीईओ और दोनों अधिकारियों को चुनाव कार्य से मुक्त करने की मांग
झामुमो प्रवक्ता ने कहा कि यह अति चिंतनीय एवं गंभीर विषय है. आपसे आग्रह है कि संपूर्ण तथ्यों की निष्पक्ष एवं गहनता से जांच कर उक्त पदाधिकारियों के कार्यों की समीक्षा की जाएं एवं तत्काल प्रभाव से उन्हें निर्वाचन प्रक्रिया से विमुक्त किया जाय. वर्तमान में हेमंत सोरेन राज्य के मुख्यमंत्री भी है तथा हमारे पार्टी के स्टार प्रचारक भी हैं. श्री सोरेन जी के नामांकन को प्रभावित करने के लिए उनके प्रस्तावक जिस प्रकार प्रभावित किया गया. यह एक अपराधिक साजिश और साथ साथ आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. अतः आपसे त्वरित कार्रवाई की अपील करता हूँ.