चौतरफा घिरे इरफान, एसटी आयोग और चुनाव आयोग ने लिया संज्ञान, हो सकती है एफआईआर, कांग्रेस बचाव में
26 अक्टू. 2024
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TVT NEWS DESK
रांची ( CHAIBASA) : हेमंत सरकार के कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस के जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी भाजपा नेत्री सीता सोरेन के खिलाफ विवादस्पद बयान देकर पूरी तरह घिर चुके हैं. विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा स मामले को जनता के बीच खूब जोर-शोर से उठा रही है और इरफान अंसारी और कांग्रेस को हर तरफ से घेरने की कोशिश कर रही है, वहीं झामुमो और सोरेन परिवार की चुप्पी पर भी सवाल उठा रही है, वहीं इस मामले को राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग और राज्य चुनाव ने भी संज्ञान लेकर कड़ी कार्रवाई के संकेत दे दिए हैं, जिससे आने वाले दिनों में इरफान और इंडी गठबंधन के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है.
राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी से रिपोर्ट मांगी गई
कांग्रेस विधायक और जामताडा के प्रत्याशी के विवादित बयान को लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव, कैबिनेट सचिव, डीजीपी और जामताड़ा के डीसी-एसपी को चिट्ठी लिखकर तीन दिनों के अंदर रिपोर्ट तलब किया है. अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नेहा अरोड़ा ने कहा है कि विधानसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों द्वारा किसी की भावना को आहत करने वाले बयान से बचना चाहिए. ऐसा बयान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. इसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि इस संबंध में पूर्व में ही एडवाइजरी जारी की जा चुकी है.
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के दिशा निर्देश में मुख्य रूप से कहा गया है कि मतदाताओं की जातिगत/सांप्रदायिक भावानाओं के आधार पर कोई अपील नहीं की जाएगी. मतदाताओं को गुमराह करने के उदेश्य से राजनैतिक दल और कार्यकर्ता बगैर तथ्यात्मक आधार के कोई गलत बयानबाजी नहीं करेंगे. बगैर प्रमाणित आरोप के तोड़-मरोड़ कर अन्य दलों अथवा दूसरे दलों के कार्यकर्ताओं की आलोचना नहीं करनी है. नेताओ अथवा कार्यकर्ताओं के निजी जीवन के किसी पहलू, जो सार्वजनिक गतिविधियों से संबंधित नहीं हों, की आलोचना नहीं की जाएगी.
इरफान के बचाव में चुनाव आयोग पहुंची कांग्रेस
झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी का एक प्रतिनिधीमण्डल आज चुनाव आयोग में राज्य मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मिल कर एक ज्ञापन और पेन ड्राइव सौपा, जिसमें भाजपा द्वारा जामताड़ा के कांग्रेस प्रत्याशी डॉ0 इरफान अंसारी पर लगाये जा रहे आरोप की सत्यता था. कांग्रेस प्रतिनिधीमण्डल ने चुनाव आयुक्त से कहा कि भाजपा के द्वारा सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियों प्रसारित किया जा रहा है. इस विकृत वीडियो को सोशल मीडिया पर प्रसारित कर कांग्रेस प्रत्याशी एवं पार्टी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है. मूल वीडियो में डॉ0 इरफान द्वारा सीता सोरेन का नाम तक नहीं लिया है और न ही किसी प्रकार की अनुचित भाषा का प्रयोग किया है. इसके बावजूद भाजपा द्वारा इस वीडियो को राजनीतिक लाभ लेने के लिए तोड़-मरोड़ कर प्रसारित किया गया है, जिससे जनता के बीच कांग्रेस प्रत्याशी की गलत छवि बनाने का प्रयास हो रहा है.