अधिकारियों को टूल्स बनाने वाले हेमंत सोरेन आज उनकी ही निष्ठा पर उठा रहे सवाल - प्रतुल शाहदेव
28 अक्टू. 2024
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TVT NEWS DESK
रांची ( RANCHI) : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि अपनी निश्चित हार को देखकर झारखंड मुक्ति मोर्चा इतनी बदहवास हो गई कि वह अब बहानों की श्रृंखला बना रही है. प्रतुल ने कहा कि आदतन हर बात के लिए जांच एजेंसियों को विपक्ष आरोप लगाता है. पर वो यह भूल जाती हैं कि ईडी ने एनडीए के शासनकाल में अब तक 1,30,000 करोड़ से ज्यादा की अवैध संपत्ति और राशि को जब्त किया है.
मुख्य निर्वाची पदाधिकारी पर आरोप लगाना घटिया मानसिकता
भाजपा प्रवक्ता ने कहा राज्य के मुख्य निर्वाची पदाधिकारी पर आरोप लगाना घटिया राजनीतिक मानसिकता का परिचायक है. अभी चुनाव प्रचार पूरे तरीके से प्रारंभ भी नहीं हुआ और झामुमो के आरोपों की झड़ी शुरू हो गई. झारखंड मुक्ति मोर्चा यह सब दबाव के राजनीति के तहत कर रही है. लेकिन चुनाव आयोग निष्पक्ष तरीके से काम करने के लिए जाना जाता है. प्रतुल ने कहा विडंबना देखिए कि इन्हीं की सरकार में ऊंचे पदों पर बैठे ईमानदार पदाधिकारी पर आरोप लगाकर अपनी विकृत सोच को दिखा रहे हैं. प्रतुल ने कहा 5 वर्षों तक इन्हीं अधिकारियों ने इसी सरकार में काम किया. तब तक सब ठीक था. लेकिन हार के बहाने भी तो खोजना हैं. तो इन्हीं अधिकारियों पर बेबुनियाद आरोप लगाकर ध्यान भटकाने की कोशिश हो रही है.
प्रतुल ने कहा कि अब जासूसी उपन्यास की तर्ज पर झामुमो हेमंत सोरेन के प्रस्तावक की किडनैपिंग की कहानी बता रही है. उसमें भी आकरण झूठ बोलकर मुख्य निर्वाची पदाधिकारी का नाम घसीट रहे हैं. प्रतुल ने कहा कि बिना तथ्य के ऐसे आरोप लगाने के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा पर चुनाव आयोग को कार्रवाई करनी चाहिए.
झामुमो करप्शन की एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी
प्रतुल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक परिवार है.झामुमो करप्शन की एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है. इसीलिए हमारे पार्टी से जुड़े अगर कोई कार्यकर्ता चुनाव लड़ रहे हैं तो हम अंतिम समय तक प्रयास करेंगे कि विपक्ष के एक भी वोट का बंटवारा न हो. क्योंकि सबका लक्ष्य झारखंड के इतिहास की सबसे भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकना है. प्रतुल ने कहा कि इसी चुनाव आयोग और अर्धसैनिक बलों और पुलिस के जवानों के द्वारा कराए गए चुनाव में 2019 में झामुमो गठबंधन सत्ता में आया. आज आगामी चुनाव में अपने निश्चित हार देखकर झामुमो इन्हीं संस्थानों पर बेबुनियाद आरोप लगा रही है. जाहिर तौर पर झामुमो हार के बाद बहाने ईजाद करने में पूरे तरीके से जूट गया है.