मइयां योजना विफल होने पर कोयला रायल्टी का फर्जी दावा कर रही हेमंत सरकार, भाजपा का आरोप
दिस. 19
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TVT NEWS DESK
रांची ( RANCHI) : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर मइयां योजना की विफलता का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ना चाहती है, इसके लिए 1.36 लाख करोड़ कोयला रॉयल्टी की झूठे आंकड़े और फर्जी दावे कर रही है, जिसका कोई आधार नहीं है. इसी को लेकर बाबूलाल ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछे कई सवाल पूछे हैं. मरांडी ने कहा कि राज्य की जनता को सच्चाई जानने का अधिकार है. हेमंत सरकार बकाया का हौवा खड़ा कर अपनी विफलताओं को छुपाने की कोशिश कर रही है.
जनता के समक्ष विस्तार से ब्यौरा रखें हेमंत सरकार
भाजपा अध्यक्ष मरांडी ने मुख्यमंत्री से सवाल पूछा कि सरकार बताए कि यह बकाया किस-किस साल का है और किस किस योजना/परियोजना का है? दूसरा सवाल कि ₹1.36 लाख करोड़ की राशि का आधार क्या है? और तीसरा सवाल कि यूपीए शासनकाल और शिबू सोरेन जी के कोयला मंत्री रहते हुए कितनी राशि वसूली गई थी?
कोयला रायल्टी मामले में झूठे आंकड़े और फर्जी दावे
मरांडी ने कहा कि कहा कि झारखंड के भ्रष्टाचार से भरे इतिहास को देखते हुए, जनता सबकुछ जानना चाहती है. सही दस्तावेज़ और तथ्यों को पारदर्शिता के साथ सामने रखें तब बात करें. कहा कि झारखंड और झारखंडियों के हर अधिकार के लिए भाजपा खड़ी है, जहॉं भी ज़रूरत होगी वे सरकार के साथ खड़े होंगे. लेकिन झूठे आंकड़े और फर्जी दावे बर्दाश्त नहीं होंगे. सच्चाई पर चलिएगा तो हम हर हमेशा सहयोग के लिए तैयार हैं.
मइयां योजना की विफलता के लिए दोषारोपण की जमीन तैयार कर रही सरकार
कहा कि बकाया-बकाया का हौव्वा खड़ा कर कहीं राज्य सरकार जानबूझकर आगे मंईयां सम्मान योजना की राशि देने में विफलता के दोषारोपण की भूमिका तो तैयार नहीं कर रही है? मरांडी ने कहा कि झूठी राजनीति छोड़कर झारखंड के असली मुद्दों पर ध्यान देना राज्य सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए.