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पिछड़ों के 27 फीसदी आरक्षण और 1932 के खातियान आधारित नीति को लेकर संधर्ष करेगा आजसू

8 दिस. 2024

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TVT NEWS DESK

रांची ( RANCHI ) :  विधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित हार के बाद आजसू ने हार के कारणों की समीक्षा की. वहीं भविष्य में अपनी रणनीति को लेकर भी मंथन किया. समीक्षा बैठक में मुख्य रूप से आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो, गिरिडीह सांसद सीपी चौधरी, पार्टी की संसदीय बोर्ड के सदस्य और विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी शामिल हुए.

जनादेश का सम्मान, लेकिन संधर्ष जारी रहेगा – सुदेश

सुदेश महतो ने कहा कि हम जनादेश का सम्मान करते हैं तथा इंडिया गठबंधन द्वारा जनता के साथ किए गए लुभावने वादे को पूरा किए जाने की अपेक्षा सरकार से करते हैं. सरकार जनता के हित में पहले दिन से ही कार्य करें न की चुनावी वर्ष से काम शुरू करे. वादों के अनुसार प्रारंभ से ही कार्य करे. चुनाव में हार जीत लगी रहती है. परिणाम भले हमारे पक्ष में नहीं रहें लेकिन हम जनता के हक, अधिकार और स्वाभिमान की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखेंगे.

विकास नहीं, जातीय धुर्वीकरण के कारण जीता इंडी गठबंधन

सुदेश महतो ने कहा कि जनहित से जुड़े सकारात्मक मुद्दों में हम सरकार के साथ खड़े रहेंगे लेकिन जहां भी जनविरोधी निर्णय आएंगे वहां हम धारदार विपक्ष की भूमिका निभाएंगे. यह चुनाव इंडिया गठबंधन ने विकास के आधार पर नहीं बल्कि जातीय धुर्वीकरण के आधार पर लड़ा है. जातीय धुर्वीकरण ही इस गठबंधन का आधार है. हमारे गठबंधन के साथियों के साथ समन्वय स्थापित न होना भी इस अप्रत्याशित परिणाम का कारण रहा.





पिछड़ों के 27 फीसदी आरक्षण और 1932 का खातियान पर करेंगे संधर्ष

आजसी प्रमुख ने कहा कि आजसू के सभी कार्यकर्ता पूर्व की तरह जनता के बीच जाएंगे. उनके बीच उनके लिए काम करेंगे और यदि सरकार अपने वादों पर पिछड़ों को 27% आरक्षण तथा 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति, युवाओं के लिए रोजगार, वृधा व विधवा पेंशन और दिव्यांग यक्तियों के लिए वित्तीय सहायता बढाकर 2500 करने तथा जातीय जनगणना के मुद्दे पर प्रभावी ढंग से आगे बढ़ते नहीं दिखेगी, तो हम इन मुद्दों का जनता को फिर से गोलबंद करेंगे तथा मूलवासी, झारखंडी एवं पिछड़ों के हित में सामाजिक व राजनीतिक लड़ाई को अपने मुकाम तक पहुंचाएगी. बेरोजगारी इस राज्य में एक बड़ा मुद्दा है. यह समस्या अपने विकरालतम रूप में जनता के सामने खड़ी है. यह देखना होगा कि वर्तमान सरकार किस रूप में और किस हद तक इस समस्या का समाधान करने में रुचि दिखती है.

जनता की भावनाओं को अच्छे से समझने में नाकाम रहें हम

पार्टी के वरीय उपाध्यक्ष सह गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि हम जनता की भावनाओं को अच्छे से समझने में नाकाम रहें. स्थानीय मुद्दों का चुनाव से गायब होना जनता को रास नहीं आया. साथ ही सरकार की विफलताओं को जनता के बीच सही से न पंहुचा पाना भी इस चुनाव परिणाम की मुख्य वजहों में से एक रहा. हम जनता के विश्वास को दोबारा जीतने के लिए समर्पित हैं और इसके लिए अपनी रणनीति को मजबूत करेंगे.

8 दिस. 2024

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