महिलाओं के बाद अब बुजुर्गों को भी मिलेगा हर माह पेंशन, किसने किया वादा, पढ़िए खास खबर में
2 नव. 2024
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TVT NEWS DESK
रांची ( RANCHI) : एनडीए हो या इंडी गठबंधन झारखंड विधानसभा 2024 में आमलोगों के लिए खूब वादे कर रहे हैं. हेमंत सरकार मइयां योजना में महिलाओं को एक हजार देने देने लगे, तो भाजपा ने 2100 रू0 देने का वादा कर दिया, जिसके बाद हेमंत सरकार ने दुबारा सरकार बनने पर 2500 रू0 देने का वादा कर दिया. लेकिन अब भाजपा ने राज्य के बुजुर्गों को 3000 रू0 देने का वादा कर दिया है. वहीं स्नातक और स्नातकोत्तर युवाओं को 2000 रुपए महीना बेरोजगारी भत्ता देगी. 500 रुपए में गैस का सिलेंडर देने और एक साल में दो सिलेंडर मुफ्त में भी देगी. मतलब साफ है भाजपा सरकार में महिलाओं के साथ बुजुर्गों को भी पेंशन की बरसात होगी.
मइयां सम्मान योजना को लेकर सास-बहू में झगड़ा जारी
असम के मुख्यमंत्री और झारखंड चुनाव सह प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने पलामू जिले के पांकी के लेस्लीगंज अटल स्मृति भवन में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सीएम हेमंत सोरेन अपनी 4 साल 7 महीने सरकार चलाने के बाद मइयां योजना लेकर आएं, लेकिन बुजुर्गों की पेंशन को बंद कर दिया, मइयां सम्मान योजना के नाम पर घरों में सास-बहू का झगड़ा करवा दिया, क्योंकि सास की पेंशन हो गई और बहू की शुरु हो गई. उन्होंने कहा कि हमने असम में सरकार बनते ही पहले महीने से 1250 रुपए देने शुरु कर दिए थे. इसके साथ ही हमने छत्तीसगढ़ में भी 1250 रुपए महीने देने का काम किया है. लेकिन हेमंत सरकार ने 4 साल 7 महीने तक एक भी वादा पूरा नहीं किया. चुनाव से ठीक 3 महीने पहले पहले बुजुर्गों की पेंशन बंद करके, बहनों को एक हजार रुपए देने शुरु किए हैं.
हुसैनाबाद का नाम बदलकर प्रदेश के वीरों के नाम पर रखेंगे
पलामू के पांकी विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी डॉ. शशि भूषण मेहता के लिए जनता से वोट देने की अपील करते हुए हिमंता विस्वा ने सत्ताधारी इंडी गठबंधन पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि एक विशेष समदाय के वोटर झामुमो, कांग्रेस और राजद को वोट देते है, लेकिन हमारे हिंदू और सनातनी मतदाता आपस में एकजूट होने के बजाय बंटे हुए हैं जिसका फायदा झामुमो, राजद और कांग्रेस उठाती है. बिस्वा सरमा ने कहा कि झारखंड में हमारी सनातन और हिंदू संस्कृति को बचाना है, अगर एक रहेंगे- तो सेफ रहेंगे. उन्होंने हुसैनाबाद जिले का जिक्र करते हुए कहा कि पीतांबर-नीलांबर की धरती पर हुसैन आखिर कहां से आया. जब मैंने इसका विरोध किया तो कुछ लोगों ने मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी. प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आते ही हुसैनाबाद का नाम बदलकर प्रदेश के वीरों के नाम पर रखा जाएगा.